त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। यहि अवसर मोहि आन उबारो॥ If this article incorporates any copyrighted links or content, we will never offer its PDF or almost every other downloading source. स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु अब संकट भारी॥ थोड़ा जल स्वयं पी लें और मिश्री प्रसाद के https://shiv-chalisa-lyrics-pdf97898.blogproducer.com/36200167/shiv-chalisa-lyrics-fundamentals-explained